भिलाई । पावर हाउस फ्लाईओवर का शुभारंभ होने के साथ ही इसमें दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ी है। दोनों फ्लाई ओवर के बीच के गैप को अब तक नहीं भरा जा सका है। वाहन चालकों की थोड़ी सी भी लापरवाही उन्हें भारी पड़ सकती है। रायपुर से दुर्ग की ओर पावर हाउस फ्लाई ओवर का शुभारंभ किया जा चुका है। रायपुर से दुर्ग और दुर्ग से रायपुर की ओर बने फ्लाई ओवर के बीच गैप को अब तक नहीं कवर किया गया है। जो आगे चलकर दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। फ्लाईओवर से गुजरते वाहन चालकों की थोड़ी सी भी लापरवाही उन्हें भारी पड़ सकती है। रायपुर से दुर्ग की ओर शुरू हुए फ्लाईओवर को रात्रि के समय डिवाइडर लगाकर बंद कर दिया जाता है। सुबह फिर से डिवाइड हटाकर इसे आवागमन के लिए खोल दिया जाता है। इस फ्लाईओवर में लाइट तो लगा दी गई है बावजूद इसके फ्लाईओवर अंधेरे में डूबा रहता है। दुर्ग से रायपुर की ओर बने फ्लाई ओवर में रात्रि के समय असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। वही शुरू हो चुके रायपुर से दुर्ग फ्लाईओवर में लाइट नहीं जलने से पूरा फ्लाईओवर अंधकार में डूबा रहता है। वही फ्लाई ओवर के बीच बने गैप को भरने को लेकर किसी तरह की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। इस ग्रुप से सटकर लोग नीचे की गहराई का अंदाजा लेने लगे रहते हैं उनके भी फ्लाईओवर से नीचे गिरने का अंदेशा बना रहता है। इस संबंध में कल्याण सेवा जनजागृति संगठन के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता सुमनशील ने अपनी प्रतिक्रिया दी।बहरहाल फ्लाईओवर निर्माणी संस्था को इस ओर तत्काल ध्यान दिए जाने की जरूरत है। ताकि फ्लाई ओवर से आवाजाही वाहन चालको को सुगम और सुरक्षित आवागमन प्राप्त हो सके।
भिलाई । पावर हाउस फ्लाईओवर का शुभारंभ होने के साथ ही इसमें दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ी है। दोनों फ्लाई ओवर के बीच के गैप को अब तक नहीं भरा जा सका है। वाहन चालकों की थोड़ी सी भी लापरवाही उन्हें भारी पड़ सकती है। रायपुर से दुर्ग की ओर पावर हाउस फ्लाई ओवर का शुभारंभ किया जा चुका है।
रायपुर से दुर्ग और दुर्ग से रायपुर की ओर बने फ्लाई ओवर के बीच गैप को अब तक नहीं कवर किया गया है। जो आगे चलकर दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। फ्लाईओवर से गुजरते वाहन चालकों की थोड़ी सी भी लापरवाही उन्हें भारी पड़ सकती है। रायपुर से दुर्ग की ओर शुरू हुए फ्लाईओवर को रात्रि के समय डिवाइडर लगाकर बंद कर दिया जाता है। सुबह फिर से डिवाइड हटाकर इसे आवागमन के लिए खोल दिया जाता है।
इस फ्लाईओवर में लाइट तो लगा दी गई है बावजूद इसके फ्लाईओवर अंधेरे में डूबा रहता है। दुर्ग से रायपुर की ओर बने फ्लाई ओवर में रात्रि के समय असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। वही शुरू हो चुके रायपुर से दुर्ग फ्लाईओवर में लाइट नहीं जलने से पूरा फ्लाईओवर अंधकार में डूबा रहता है। वही फ्लाई ओवर के बीच बने गैप को भरने को लेकर किसी तरह की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।
इस ग्रुप से सटकर लोग नीचे की गहराई का अंदाजा लेने लगे रहते हैं उनके भी फ्लाईओवर से नीचे गिरने का अंदेशा बना रहता है। इस संबंध में कल्याण सेवा जनजागृति संगठन के अध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता सुमनशील ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
बहरहाल फ्लाईओवर निर्माणी संस्था को इस ओर तत्काल ध्यान दिए जाने की जरूरत है। ताकि फ्लाई ओवर से आवाजाही वाहन चालको को सुगम और सुरक्षित आवागमन प्राप्त हो सके।
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