हाउसिंग बोर्ड कैलाश नगर निवासी विजय सिंह के पुत्र अमित सिंह ने इंटरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। उन्होंने 30 सेकंड में 52 पुशअप्स मारकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया है।अमित सिंह ने इंटरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। अमित ने पिछले साल बनाएं 30 सेकंड में 46 पुशअप्स का स्वयं का रिकॉर्ड तोड़ कर नया रिकॉर्ड 30 सेकंड में 52 पुशअप्स मारकर अपने नाम किया है अमित सिंह की इस उपलब्धि से उनके परिवारजनों सहित कैलाशनगर के निवासियों में हर्ष व्याप्त है। अमित एक ऐसे होनहार खिलाड़ी हैं जिनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं।इससे पहले अमित ने 1 मिनट में सबसे ज्यादा 84 पुशअप्स मारने का रिकॉर्ड पिछले साल इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया था। आर्म रैसलिंग में गोल्ड मेडलिस्ट होने के साथ मोस्ट पुशअप्स इन वन टाइम ग्वालियर में आयोजित होने वाले मैच में 183 पुशअप्स मारकर अमित ने यह सारी उपलब्धियां बिना किसी सहयोग के और बिना किसी विशेष ट्रेनिंग के खुद के प्रयासों से हासिल की है। अमित सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी।अमित सिंह ने बताया कि अगर छत्तीसगढ़ शासन उन्हें सहयोग करता है तो ओलंपिक में भी मेडल लाकर वह देश के साथ छत्तीसगढ़ का मान-सम्मान बढ़ाएंगे। बहरहाल इस उपलब्धि पर उन्हें सभी ने बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
हाउसिंग बोर्ड कैलाश नगर निवासी विजय सिंह के पुत्र अमित सिंह ने इंटरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। उन्होंने 30 सेकंड में 52 पुशअप्स मारकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया है।
अमित सिंह ने इंटरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है।
अमित ने पिछले साल बनाएं 30 सेकंड में 46 पुशअप्स का स्वयं का रिकॉर्ड तोड़ कर नया रिकॉर्ड 30 सेकंड में 52 पुशअप्स मारकर अपने नाम किया है अमित सिंह की इस उपलब्धि से उनके परिवारजनों सहित कैलाशनगर के निवासियों में हर्ष व्याप्त है।
अमित एक ऐसे होनहार खिलाड़ी हैं जिनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं।इससे पहले अमित ने 1 मिनट में सबसे ज्यादा 84 पुशअप्स मारने का रिकॉर्ड पिछले साल इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया था।
आर्म रैसलिंग में गोल्ड मेडलिस्ट होने के साथ मोस्ट पुशअप्स इन वन टाइम ग्वालियर में आयोजित होने वाले मैच में 183 पुशअप्स मारकर अमित ने यह सारी उपलब्धियां बिना किसी सहयोग के और बिना किसी विशेष ट्रेनिंग के खुद के प्रयासों से हासिल की है। अमित सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
अमित सिंह ने बताया कि अगर छत्तीसगढ़ शासन उन्हें सहयोग करता है तो ओलंपिक में भी मेडल लाकर वह देश के साथ छत्तीसगढ़ का मान-सम्मान बढ़ाएंगे। बहरहाल इस उपलब्धि पर उन्हें सभी ने बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
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