देश में आज भी गांधी, नेहरू और पटेल की चर्चा होती है, सावरकर की नहीं : भूपेश

भिलाई। भिलाई के कला मंदिर में 'नेहरू क्यों?' विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के विकास में पंडित जवाहरलाल नेहरू की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आज भी देश के विकास के लिए किस तरह नेहरू के विचार और कार्यों का अनुसरण किया जा सकता है। उन्होंने देश के विकास में नेहरू की जरूरत के बारे में भी बताया। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- नेहरू जी के बारे में सब लोग जानते हैं, ये भिलाई बना है तो ये नेहरू जी की ही देन है. भिलाई स्टील प्लांट की स्थापना नेहरू जी ने ही की. उन्होंने ही इसे आधुनिक भारत का नाम दिया. देश का कोई भी जिला नहीं होगा, जहां के लोग भिलाई में नहीं रहते. ऐसी कोई भाषा और बोली नहीं, जो भिलाई में नहीं बोली जाती. इसलिए इसे मिनी इंडिया कहा जाता है. जब भारत माता की जय बोलते हैं, तो हम अपनी जयकारा करते हैं. वाट़सएप यूनिवर्सिटी में देश की आजादी के लिए लड़ने वालों के बारे में कितनी गलत बातें कही जाती हैं, इसकी सीमा नहीं है. सच्चाई बहुत देर तक छुपाई नहीं जा सकती है, वाट्सएप यूनिवर्सिटी द्वारा गलत बातें फैलाई जा रही हैं. इस यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ही गलत बातें करते हैं तो उनके छात्र क्या करेंगे. 

बीजेपी पर निशाना साधते हुए सीएम ने कहा कि चर्चा आज भी गांधी, नेहरू और पटेल की होती है, सवारकर की नहीं होती है. सावरकर ही ने दो राष्ट्र की बात कही, लेकिन आरोप आज हमपर लगते हैं. देश की रक्षा के लिए तो गांधी जी, इंदिरा जी और राजीव जी ने दी. इन्होंने तो अपना नाखून तक तो नहीं करवाया. विदेश नीति की बात करते हैं, लेकिन आफगानिस्तान में जो हुआ उसके बारे में प्रधानमंत्री ने कुछ क्यों नहीं कहा. क्या नेहरू जी रहते तो चुप रहते, नहीं रहते. उनका (BJP) काम बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक को लड़ाना है. भिलाई स्टील प्लांट नेहरू जी की कृति है. सीएम ने कार्यक्रम में छठ पूजा की बधाई भी दी. उन्होंने कहा कि भिलाई में बड़ी संख्या में उत्तर भारत के लोग रहते हैं, सभी को बधाई.

वक्ता ने बताया नेहरू का महत्व
भिलाई के कला मंदिर में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा नेहरू क्यों विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में देश के चर्चित आलोचक व चिंतक पुरुषोत्तम अग्रवाल शामिल हुए. पुरुषोत्तम अग्रवाल ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल पंडित नेहरू को देश के सबसे बेहतर नेता हैं. उन्होंने माहात्मा गांधी को एक पत्र लिखकर 1936 में पंडित नेहरू की तारीफ की थी. वाट्सएप यूनिवर्सिटी कॉमन सेंस खत्म कर देती है. ये आप को मूर्ख बनाने की कोशिश का हिस्सा है. इसलिए कॉमन सेंस बनाए रखने की जरूरत है. पहले सरकार के फैसलों से नाराज लोग इस्तीफा दे दिया करते थे. साल 2002 में जब गुजरात हिंसा हुई तो रामविलास पासवान ने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने कहा था अटल जी ने तब गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं किया. अगर कश्मीर मुद्दे पर पंडित नेहरू के फैसले गलत थे तो उनकी सरकार से सरदार पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इस्तीफा क्यों नहीं दिया. 

(TNS)

Comments (0)

    Pls Add Data.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *