रायपुर। आंबेडकर अस्पताल में टिशू काटने की काॅटरी मशीन ना होने से ओपन हार्ट की सर्जरी बंद कर दी गई है। अब तक डेमो के लिए आयी मशीन से काम चल रहा था, लेकिन खरीद की सुस्त प्रक्रिया को देखकर कंपनी ने डेमो को रखी मशीन वापस ले ली। हार्ट सर्जरी के लिए 200 मरीजों की वेटिंग है।मिली जानकारी के मुताबिक आंबेडकर अस्पताल के एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट में हृदय की सर्जरी के दौरान टिशू व अन्य अंग काटने के लिए काॅटरी कंपनी की आवश्यकता थी। विभाग में जरूरत को देखते हुए मशीन खरीदने की योजना के बीच प्राइवेट कंपनी द्वारा एक वर्ष पूर्व काॅटरी मशीन अस्पताल में डेमो के तौर पर रखी थी। ताकि चिकित्सक इलाज कर इसकी गुणवत्ता को समझ लें। टेस्टिंग के बाद कॉटरी मशीन के लिए स्वीकृति मिलते ही इसके खरीदी की प्रक्रिया छत्तीसगढ़ दवा निगम द्वारा शुरू की गई। लेकिन लंबा समय होने के बाद भी बजट की समस्या को देखते हुए काॅटरी मशीन को खरीदा ही नहीं जा सका। इसकी वजह से कंपनी मशीन को अस्पताल से ले गई। चिकित्सकों ने बताया कि वर्तमान में पांच हृदय रोगी भर्ती हैं। जिनका कॉटरी मशीन की सहायता से सर्जरी होनी है। लेकिन मशीन ना होने से सर्जरी रोकनी पड़ी है।आंबेडकर अस्पताल के हार्ट एवं वैस्कूलर सर्जरी विभाग के एचओडी डा. केके साहू के अनुसार काॅटरी मशीन को सालभर से डेमो के तौर पर कंपनी ने रखी थी। यह उपकरण हृदय की जटिल सर्जरियां में कारगर साबित हो रहा था। उपयोगिता को देखते हुए खरीदी की प्रक्रिया भी सीजीएमएससी के माध्यम से की गई। लेकिन अब तक प्रक्रिया पूरी नहीं हो है। लंबा समय हो जाने की वजह से कंपनी अपनी मशीन ले गई। ओपन हार्ट सर्जरी की प्रक्रिया बंद करना पड़ रहा है।चिकित्सकों ने बताया कि 14 जनवरी 2021 से शुरू हुए ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा में अब तक 24 सर्जरियां हो चुकी है। मैनपावर और चिकित्सकीय उपकरण को लेकर काफी समस्याएं आ रही है। इसे लेकर विभाग को कई बार पत्र लिखा गया है। लेकिन सुविधाएं दुरुस्त करने अब तक कार्रवाई नहीं की गई है। इसकी वजह से ओपन हार्ट सर्जरी के लिए 200 मरीजों की वेटिंग है, लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा।(TNS)
रायपुर। आंबेडकर अस्पताल में टिशू काटने की काॅटरी मशीन ना होने से ओपन हार्ट की सर्जरी बंद कर दी गई है। अब तक डेमो के लिए आयी मशीन से काम चल रहा था, लेकिन खरीद की सुस्त प्रक्रिया को देखकर कंपनी ने डेमो को रखी मशीन वापस ले ली। हार्ट सर्जरी के लिए 200 मरीजों की वेटिंग है।
मिली जानकारी के मुताबिक आंबेडकर अस्पताल के एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट में हृदय की सर्जरी के दौरान टिशू व अन्य अंग काटने के लिए काॅटरी कंपनी की आवश्यकता थी। विभाग में जरूरत को देखते हुए मशीन खरीदने की योजना के बीच प्राइवेट कंपनी द्वारा एक वर्ष पूर्व काॅटरी मशीन अस्पताल में डेमो के तौर पर रखी थी। ताकि चिकित्सक इलाज कर इसकी गुणवत्ता को समझ लें। टेस्टिंग के बाद कॉटरी मशीन के लिए स्वीकृति मिलते ही इसके खरीदी की प्रक्रिया छत्तीसगढ़ दवा निगम द्वारा शुरू की गई। लेकिन लंबा समय होने के बाद भी बजट की समस्या को देखते हुए काॅटरी मशीन को खरीदा ही नहीं जा सका। इसकी वजह से कंपनी मशीन को अस्पताल से ले गई। चिकित्सकों ने बताया कि वर्तमान में पांच हृदय रोगी भर्ती हैं। जिनका कॉटरी मशीन की सहायता से सर्जरी होनी है। लेकिन मशीन ना होने से सर्जरी रोकनी पड़ी है।आंबेडकर अस्पताल के हार्ट एवं वैस्कूलर सर्जरी विभाग के एचओडी डा. केके साहू के अनुसार काॅटरी मशीन को सालभर से डेमो के तौर पर कंपनी ने रखी थी। यह उपकरण हृदय की जटिल सर्जरियां में कारगर साबित हो रहा था। उपयोगिता को देखते हुए खरीदी की प्रक्रिया भी सीजीएमएससी के माध्यम से की गई। लेकिन अब तक प्रक्रिया पूरी नहीं हो है। लंबा समय हो जाने की वजह से कंपनी अपनी मशीन ले गई। ओपन हार्ट सर्जरी की प्रक्रिया बंद करना पड़ रहा है।
चिकित्सकों ने बताया कि 14 जनवरी 2021 से शुरू हुए ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा में अब तक 24 सर्जरियां हो चुकी है। मैनपावर और चिकित्सकीय उपकरण को लेकर काफी समस्याएं आ रही है। इसे लेकर विभाग को कई बार पत्र लिखा गया है। लेकिन सुविधाएं दुरुस्त करने अब तक कार्रवाई नहीं की गई है। इसकी वजह से ओपन हार्ट सर्जरी के लिए 200 मरीजों की वेटिंग है, लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा।
(TNS)
Your email address will not be published. Required fields are marked *