रायपुर। शहडोल (मप्र) के डॉक्टर की संदिग्ध मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस के अनुसार स्टेशन रोड स्थित एक होटल में डॉक्टर के साथ आए दोस्त ने ही गला दबाकर हत्या की। खुदकुशी की झूठी कहानी गढ़ने के लिए डॉक्टर को फंदे पर लटका दिया। उसके बाद उसने चीखपुकार मचाई। होटल के स्टाफ से लेकर पुलिस व मृतक के परिजनों को खुदकुशी की झूठी कहानी सुनाई। पुलिस ने जब आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या कबूल कर ली। आरोपी डॉक्टर के चरित्र पर शक करता था। पुलिस ने बताया कि शहडोल उमरिया का अजय निषाद (32) अपने दोस्त डॉ. जितेंद्र विश्वकर्मा (34) को झांसा देकर रायपुर लाया था। अजय की बहन पढ़ाई करती है। उसकी अंकसूची छोड़ने का बहाना करके डॉक्टर को 24 सितंबर की दोपहर लेकर रायपुर पहुंचा। दोनों स्टेशन रोड स्थित होटल संदीप में ठहरे थे। शाम को अजय शराब लेकर आया। दोनों ने बैठकर होटल में शराब पी। अजय ने डॉक्टर को ज्यादा ही शराब पिला दी। अजय ने डॉक्टर को धक्का दिया, जिससे वह बिस्तर में गिर गया। अजय ने डॉक्टर का गला दबाने की कोशिश की। दोनों में झूमाझटकी हो गई। जितेंद्र ने खुद को बचाने की कोशिश की।अजय ने उसे जोरदार धक्का दिया तो डॉक्टर शीशा से टकराया, जिससे चोट लग गई। डॉक्टर के सिर से खून आने लगा। तब अजय ने डॉक्टर का गला दबा दिया। फिर उसने कपड़े से डॉक्टर को लटका दिया। वह कमरे से बाहर चला गया। रात 9 बजे भोजन लेकर वापस आया ताकि किसी को उस पर शक न हो। उसने कमरे में आते साथ चीखपुकार शुरू कर दी। आवाज सुनकर होटल के स्टाफ और मैनेजर आए। पुलिस को सूचना दी गई। फंदे से उतारकर डॉक्टर को अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दो दिनों तक अजय से सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इसका खुलासा हुआ है।(TNS)
रायपुर। शहडोल (मप्र) के डॉक्टर की संदिग्ध मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस के अनुसार स्टेशन रोड स्थित एक होटल में डॉक्टर के साथ आए दोस्त ने ही गला दबाकर हत्या की। खुदकुशी की झूठी कहानी गढ़ने के लिए डॉक्टर को फंदे पर लटका दिया। उसके बाद उसने चीखपुकार मचाई। होटल के स्टाफ से लेकर पुलिस व मृतक के परिजनों को खुदकुशी की झूठी कहानी सुनाई। पुलिस ने जब आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या कबूल कर ली। आरोपी डॉक्टर के चरित्र पर शक करता था।
पुलिस ने बताया कि शहडोल उमरिया का अजय निषाद (32) अपने दोस्त डॉ. जितेंद्र विश्वकर्मा (34) को झांसा देकर रायपुर लाया था। अजय की बहन पढ़ाई करती है। उसकी अंकसूची छोड़ने का बहाना करके डॉक्टर को 24 सितंबर की दोपहर लेकर रायपुर पहुंचा। दोनों स्टेशन रोड स्थित होटल संदीप में ठहरे थे। शाम को अजय शराब लेकर आया। दोनों ने बैठकर होटल में शराब पी। अजय ने डॉक्टर को ज्यादा ही शराब पिला दी। अजय ने डॉक्टर को धक्का दिया, जिससे वह बिस्तर में गिर गया। अजय ने डॉक्टर का गला दबाने की कोशिश की। दोनों में झूमाझटकी हो गई। जितेंद्र ने खुद को बचाने की कोशिश की।
अजय ने उसे जोरदार धक्का दिया तो डॉक्टर शीशा से टकराया, जिससे चोट लग गई। डॉक्टर के सिर से खून आने लगा। तब अजय ने डॉक्टर का गला दबा दिया। फिर उसने कपड़े से डॉक्टर को लटका दिया। वह कमरे से बाहर चला गया। रात 9 बजे भोजन लेकर वापस आया ताकि किसी को उस पर शक न हो। उसने कमरे में आते साथ चीखपुकार शुरू कर दी।
आवाज सुनकर होटल के स्टाफ और मैनेजर आए। पुलिस को सूचना दी गई। फंदे से उतारकर डॉक्टर को अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दो दिनों तक अजय से सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इसका खुलासा हुआ है।
(TNS)
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