रायपुर। संक्रमण कम होते ही अब ट्रेनों का परिचालन में होने लगा है। अब रेलवे सभी ट्रेनों को सही टाइम में चलाने की तैयारी में लगा है। जानकारी के अनुसार विभिन्न रूट में चल रही स्पेशल ट्रेनों का नया टाइम-टेबल 1 अक्टूबर से जारी होगा। नई समय-सारणी जारी होने के बाद स्पष्ट हो गया है कि अब कम से कम सालभर तक ट्रेनें स्पेशल के तौर पर ही चलेंगी। साथ ही घाटे में चलने वाली ट्रेनों को फिलहाल नहीं चलाया जाएगा। इसमें मुख्य तौर से दुर्ग-जगदलपुर के बीच चलने वाली ट्रेन का परिचालन भी नहीं होगा। नए टाइम-टेबल में कुछ ट्रेनों के स्टेशनों में पहुंचने और छूटने के समय में 5 से 15 मिनट तक आंशिक तौर पर बदलाव होगा। रेलवे अफसरों ने साफ तौर पर कहा है कि फिलहाल स्पेशल ट्रेनों का ही वर्किंग टाइम-टेबल जारी किया जाएगा। हालांकि त्योहारी सीजन को देखते हुए व्यस्त रूटों में नई ट्रेनें भी चलेंगी, जिससे यात्रियों को कंफर्म बर्थ की सुविधा मिल सके। अगले महीने के पहले हफ्ते में ही नई ट्रेनों की घोषणा संभव है।स्पेशल ट्रेनों के टाइम-टेबल जारी होने के बाद अब स्पष्ट हो गया है कि रेलवे प्रशासन लंबे समय तक स्पेशल ट्रेन ही चलाएगा। रेगुलर ट्रेनों का परिचालन अभी नहीं होगा। जानकारों का कहना है कि रेगुलर ट्रेनें चलाने से रेलवे को बढ़े हुए किराए को वापस करना होगा। जबकि स्पेशल ट्रेन अर्थात सभी नंबर के आगे शुन्य लगाकर चलाने से वर्तमान किराया ही चलता रहेगा।(TNS)
रायपुर। संक्रमण कम होते ही अब ट्रेनों का परिचालन में होने लगा है। अब रेलवे सभी ट्रेनों को सही टाइम में चलाने की तैयारी में लगा है। जानकारी के अनुसार विभिन्न रूट में चल रही स्पेशल ट्रेनों का नया टाइम-टेबल 1 अक्टूबर से जारी होगा। नई समय-सारणी जारी होने के बाद स्पष्ट हो गया है कि अब कम से कम सालभर तक ट्रेनें स्पेशल के तौर पर ही चलेंगी। साथ ही घाटे में चलने वाली ट्रेनों को फिलहाल नहीं चलाया जाएगा। इसमें मुख्य तौर से दुर्ग-जगदलपुर के बीच चलने वाली ट्रेन का परिचालन भी नहीं होगा।
नए टाइम-टेबल में कुछ ट्रेनों के स्टेशनों में पहुंचने और छूटने के समय में 5 से 15 मिनट तक आंशिक तौर पर बदलाव होगा। रेलवे अफसरों ने साफ तौर पर कहा है कि फिलहाल स्पेशल ट्रेनों का ही वर्किंग टाइम-टेबल जारी किया जाएगा। हालांकि त्योहारी सीजन को देखते हुए व्यस्त रूटों में नई ट्रेनें भी चलेंगी, जिससे यात्रियों को कंफर्म बर्थ की सुविधा मिल सके। अगले महीने के पहले हफ्ते में ही नई ट्रेनों की घोषणा संभव है।
स्पेशल ट्रेनों के टाइम-टेबल जारी होने के बाद अब स्पष्ट हो गया है कि रेलवे प्रशासन लंबे समय तक स्पेशल ट्रेन ही चलाएगा। रेगुलर ट्रेनों का परिचालन अभी नहीं होगा। जानकारों का कहना है कि रेगुलर ट्रेनें चलाने से रेलवे को बढ़े हुए किराए को वापस करना होगा। जबकि स्पेशल ट्रेन अर्थात सभी नंबर के आगे शुन्य लगाकर चलाने से वर्तमान किराया ही चलता रहेगा।
(TNS)
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