अतुल शर्माभिलाई। बीएसपी में शनिवार से कर्मचारियों की लगातार मौत पर आंदोलन चल रहा था। कर्मचारियों ने अपने साथी कर्मचारियों की मौत पर यह आंदोलन शुरू किया था। उनका आरोप था कि प्लांट में लगभग 172 लोगों की करोना से मौत हो गई है। इसके बाद भी प्लांट में की ओर से ना तो सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है। ना ही कोई सुरक्षा का मानक तय किया गया है। तमाम पहल के बाद ही बाद भी जब मामला शांत नहीं हुआ। उपर से रविवार रात बीएसपी की ओर से चार लोगों पर भठ्ठी थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी। पुलिस ने गवाहो के अपने कर्माचारी साथी पर हुए एफ आई आर के खिलाफ थाने के सामने ही सैकड़ो लोग जमा होने लगे। वही जिनके उपर एफआईआर उनके साथी विधायक देवेन्द्र यादव से मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही। इसके बाद विधायक देवेन्द्र यादव पहुचे। युवा कर्माचारियों से बातचीत की। इस दौरान पता चला कि जिसके गवाही के आधार पर एफआईआर हुआ। वह तो किसी का नाम ही नहीं लिया। फिर विधायक ने प्रभारी सीईओ से बातचीत कर गलत कार्रवाई पर रोक लगाने की ततकाल बात की। इसके बाद प्लांट के अधिकारी हरकत में आए। विधायक की पहल रंग लाई अब कर्मचारियों को जिला न्यायालय दुर्ग से जमानत मिल गई है। विधायक ने कहा अब उनका सस्पेंड ऑर्डर भी शून्य होगा।विधायक थाने पहुंच कर्मचारियों से की बातचीत। कहा दोनो पक्षों की जांच के बाद हो कार्रवाई।विधायक देवेन्द्र यादव ने थाने के ल़ॉकअप के अंदर बैठे कर्मचारियों से खिड़की से बातचीत की। साथ ही उसके समर्थन में आए लोगों लोगों से सचाई जाना। इसके बाद प्रबंधन के अधिकारियों से बातचीत कर कहा गलत कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। जिनके खिलाफ एफआईआर हुई वह मुझे गलत लग रहा है। इनके पास घटना में शामिल नहीं होने का पास पूरा प्रूफ है। अगर प्रबंधन गलत किया तो, मै इनके साथ खड़ा हूं।अब जमानत मिलने के बाद सभी ने विधायक देवेंद्र यादव को धन्यवाद ज्ञापित किया है। ऑक्सीजन प्लांट प्रबंधन का विषय है।इस मामले में ऑक्सीजन बंद करने की बात सामने आने पर विधायक बोले। वह प्लांट व कर्मचारियों के बीच का विषय है। इस मामले प्रबंधन विभागीय जांच कर सकता है। वह उनका आंतरिक मामला है। विधायक के जाने का असरलगभग 15 वर्षो के बाद प्लांट में किसी बिना यूनियन वैनर के बिना इतना बड़ा आंदोलन हुआ। जिसमे स्वयं प्रभारी सीईओ को मौके पर पहुचना पड़ा। यह आंदोलन तीन दिन से चल रहा है। कल एफआईआर के बाद और मामला और उग्र हो गया था। पर विधायक के चर्चा के बाद यह मामला अब शांत हो गया। युवा कर्मचारी बोले हमको आप पर भरोसा है। आप स्वयं थाने आए है। इसके लिए युवा कर्माचारियों ने उनका धन्यवाद दिया। वही प्रबंधन ने भी विधयक के पहुचने के बाद राहत की सांस ली। थाने के एचएमएस के अध्यक्ष एचएस मिश्रा, हाउसलिज संघर्स समिति के एसके परगनिया जी, इंटक के तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे।
अतुल शर्मा
भिलाई। बीएसपी में शनिवार से कर्मचारियों की लगातार मौत पर आंदोलन चल रहा था। कर्मचारियों ने अपने साथी कर्मचारियों की मौत पर यह आंदोलन शुरू किया था। उनका आरोप था कि प्लांट में लगभग 172 लोगों की करोना से मौत हो गई है। इसके बाद भी प्लांट में की ओर से ना तो सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है। ना ही कोई सुरक्षा का मानक तय किया गया है। तमाम पहल के बाद ही बाद भी जब मामला शांत नहीं हुआ। उपर से रविवार रात बीएसपी की ओर से चार लोगों पर भठ्ठी थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई गई थी। पुलिस ने गवाहो के अपने कर्माचारी साथी पर हुए एफ आई आर के खिलाफ थाने के सामने ही सैकड़ो लोग जमा होने लगे। वही जिनके उपर एफआईआर उनके साथी विधायक देवेन्द्र यादव से मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही। इसके बाद विधायक देवेन्द्र यादव पहुचे। युवा कर्माचारियों से बातचीत की। इस दौरान पता चला कि जिसके गवाही के आधार पर एफआईआर हुआ। वह तो किसी का नाम ही नहीं लिया। फिर विधायक ने प्रभारी सीईओ से बातचीत कर गलत कार्रवाई पर रोक लगाने की ततकाल बात की। इसके बाद प्लांट के अधिकारी हरकत में आए। विधायक की पहल रंग लाई अब कर्मचारियों को जिला न्यायालय दुर्ग से जमानत मिल गई है। विधायक ने कहा अब उनका सस्पेंड ऑर्डर भी शून्य होगा।
विधायक थाने पहुंच कर्मचारियों से की बातचीत। कहा दोनो पक्षों की जांच के बाद हो कार्रवाई।
विधायक देवेन्द्र यादव ने थाने के ल़ॉकअप के अंदर बैठे कर्मचारियों से खिड़की से बातचीत की। साथ ही उसके समर्थन में आए लोगों लोगों से सचाई जाना। इसके बाद प्रबंधन के अधिकारियों से बातचीत कर कहा गलत कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। जिनके खिलाफ एफआईआर हुई वह मुझे गलत लग रहा है। इनके पास घटना में शामिल नहीं होने का पास पूरा प्रूफ है। अगर प्रबंधन गलत किया तो, मै इनके साथ खड़ा हूं।
अब जमानत मिलने के बाद सभी ने विधायक देवेंद्र यादव को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
ऑक्सीजन प्लांट प्रबंधन का विषय है।
इस मामले में ऑक्सीजन बंद करने की बात सामने आने पर विधायक बोले। वह प्लांट व कर्मचारियों के बीच का विषय है। इस मामले प्रबंधन विभागीय जांच कर सकता है। वह उनका आंतरिक मामला है।
विधायक के जाने का असर
लगभग 15 वर्षो के बाद प्लांट में किसी बिना यूनियन वैनर के बिना इतना बड़ा आंदोलन हुआ। जिसमे स्वयं प्रभारी सीईओ को मौके पर पहुचना पड़ा। यह आंदोलन तीन दिन से चल रहा है। कल एफआईआर के बाद और मामला और उग्र हो गया था। पर विधायक के चर्चा के बाद यह मामला अब शांत हो गया। युवा कर्मचारी बोले हमको आप पर भरोसा है। आप स्वयं थाने आए है। इसके लिए युवा कर्माचारियों ने उनका धन्यवाद दिया। वही प्रबंधन ने भी विधयक के पहुचने के बाद राहत की सांस ली। थाने के एचएमएस के अध्यक्ष एचएस मिश्रा, हाउसलिज संघर्स समिति के एसके परगनिया जी, इंटक के तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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