अतुल शर्माभिलाई। आज वर्षों से निराश और हताश वंदना राठौर 53 वर्ष का जीवन पटरी पर लौट आया। बीते दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई तीन के निवास पहुंचकर ने यह मदद मांगी थी। बुजुर्ग महिला बंदना राठौर ने मुख्मंत्री निवास कैम्प में बताया था कि कैसे पति की मृत्यु उपरांत वह अशहाय हो गई है। अगर उनको इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर मिल जाए, तो उनका जीवन आसान हो जाएगा। जिसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सहर्ष स्वीकार कर लिया था । इस बात की जानकारी जैसे ही उनकी सुपुत्री स्मिता बघेल को लगी, तो उन्होंने बीमारी की गंभीरता और महिला की दिक्कतों को देखते हुए। आज बुजुर्ग महिला को इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर मंगवाकर प्रदान किया। इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर पाकर महिला खुश हो गई वे अपने रूंधे गले से स्मिता बघेल का शुक्रिया अदा किया। इस दौरान स्मिता बघेल ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी भी ली चर्चा करते करते दोनों भावुक हो गए। स्मिता बघेल ने कहा कि मां चिंता मत करना हम सब लोग आपके साथ हैं। भगवान पर भरोसा रखिए इस घर का दरवाजा आपके लिए हमेशा खुला है। यह सुनकर वंदना राठौर के आंखों में आंसू छलक गए। मुख्यमंत्री के ओएसडी मनीष बंछोर ने महिला वंदना एवं उसकी पुत्री देवांशी राठौर को हर परेशानी में साथ देने की बात कही। श्री बंछोर ने बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हुए, दवा ई या अन्य किसी मदद के लिए संपर्क में रहने की बात कही। वन्दना ने कहा कि वे वर्षों से दूसरों पर निर्भर होकर रह गई थी। अब स्वयं ही अपना दैनिक कार्य कर सकेगी।
अतुल शर्मा
भिलाई। आज वर्षों से निराश और हताश वंदना राठौर 53 वर्ष का जीवन पटरी पर लौट आया। बीते दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई तीन के निवास पहुंचकर ने यह मदद मांगी थी। बुजुर्ग महिला बंदना राठौर ने मुख्मंत्री निवास कैम्प में बताया था कि कैसे पति की मृत्यु उपरांत वह अशहाय हो गई है। अगर उनको इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर मिल जाए, तो उनका जीवन आसान हो जाएगा। जिसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सहर्ष स्वीकार कर लिया था । इस बात की जानकारी जैसे ही उनकी सुपुत्री स्मिता बघेल को लगी, तो उन्होंने बीमारी की गंभीरता और महिला की दिक्कतों को देखते हुए। आज बुजुर्ग महिला को इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर मंगवाकर प्रदान किया। इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर पाकर महिला खुश हो गई वे अपने रूंधे गले से स्मिता बघेल का शुक्रिया अदा किया। इस दौरान स्मिता बघेल ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी भी ली चर्चा करते करते दोनों भावुक हो गए। स्मिता बघेल ने कहा कि मां चिंता मत करना हम सब लोग आपके साथ हैं। भगवान पर भरोसा रखिए इस घर का दरवाजा आपके लिए हमेशा खुला है। यह सुनकर वंदना राठौर के आंखों में आंसू छलक गए। मुख्यमंत्री के ओएसडी मनीष बंछोर ने महिला वंदना एवं उसकी पुत्री देवांशी राठौर को हर परेशानी में साथ देने की बात कही। श्री बंछोर ने बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हुए, दवा ई या अन्य किसी मदद के लिए संपर्क में रहने की बात कही। वन्दना ने कहा कि वे वर्षों से दूसरों पर निर्भर होकर रह गई थी। अब स्वयं ही अपना दैनिक कार्य कर सकेगी।
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