अतुल शर्माभिलाईनगर/ निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 16 कुरूद ट्रेंचिंग ग्राउंड मे बायोरिमेडीएशन पद्धति से कचरे का निपटारा किया जा रहा है !जिसका निरीक्षण महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने किया तथा उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए! उन्होंने जामुल बोगदा पुल स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में बने एसएलआरएम सेंटर का भी निरीक्षण किया और गोबर खरीदी सहित वर्मी कंपोस्ट बनाने की जानकारी प्राप्त की! यहां पर 13 टंकी की कचरे से खाद बनाने के लिए तैयार की गई है तथा इसी के समीप 21 टंकियां गोबर से वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए तैयार की गई है! सोना क्षेत्र स्तरीय समिति की महिलाओं द्वारा 290127 किलोग्राम गोबर की खरीदी अब तक की जा चुकी है! वैशाली नगर जोन क्षेत्र के 230 पशुपालक अब तक यह अपना पंजीयन करा चुके हैं! स्व सहायता समूह की महिलाएं यहां पर गोबर से कंडा बनाने का कार्य भी कर रही है! बायोरेमेडीएशन पद्धति से हो रहा है कचरे का बेहतर निष्पादनजामुल स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड के कचरे को लगभग 80 से 90% तक समाप्त किया जा चुका है! बायो रिमेडियेशन की प्रक्रिया मे कचरे के ऊपर कल्चर का प्रयोग किया जाता है यह कल्चर कचरे को खाद में तब्दील करने में कारगर होता है, कचरे की बदबू भी इस कल्चर के माध्यम से कम हो जाती है! पूर्व में कुरूद ट्रेंचिंग ग्राउंड में कचरे का ढेर लगा होता था व ऊपर से हाईटेंशन तार गुजरने के कारण आए दिन कचरे में आग लगने की शिकायतें भी प्राप्त होती थी, जिस ढेर को समाप्त करने का कार्य निगम द्वारा किया जा रहा है अब इस ढेर में कल्चर का उपयोग कर इसे खाद के रूप में तब्दील किया जा रहा है ! कल्चर उपयोग करने के पश्चात गिट्टी, पॉलीथिन, प्लास्टिक आदि को पृथक पृथक करने का कार्य भी कुरूद ट्रेंचिंग ग्राउंड में किया गया है! महापौर देवेंद्र यादव ने अपने निरीक्षण के दौरान इस कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए! कुरूद ट्रेंचिंग ग्राउंड में बायोरेमेडीएशन पद्धति से कचरे के निपटान का कार्य अक्टूबर 2018 से किया जा रहा है बारिश के कारण कुछ महीने कार्य में बाधा भी आई परंतु अब कार्य में प्रगति आने से बहुतायत मात्रा में कचरे के ढेर में कमी आई है जोकि दिन-ब-दिन सिमटती जा रही है और जल्द ही समाप्त होने के कगार पर है! निरीक्षण के दौरान जोन आयुक्त जोन क्रमांक 2 पूजा पिल्ले, कार्यपालन अभियंता टीके रणदिवे, स्वच्छता निरीक्षक अनिल मिश्रा, अंजनी सिंह आदि मौजूद रहे!
अतुल शर्मा
भिलाईनगर/ निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 16 कुरूद ट्रेंचिंग ग्राउंड मे बायोरिमेडीएशन पद्धति से कचरे का निपटारा किया जा रहा है !जिसका निरीक्षण महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने किया तथा उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए! उन्होंने जामुल बोगदा पुल स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में बने एसएलआरएम सेंटर का भी निरीक्षण किया और गोबर खरीदी सहित वर्मी कंपोस्ट बनाने की जानकारी प्राप्त की! यहां पर 13 टंकी की कचरे से खाद बनाने के लिए तैयार की गई है तथा इसी के समीप 21 टंकियां गोबर से वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए तैयार की गई है! सोना क्षेत्र स्तरीय समिति की महिलाओं द्वारा 290127 किलोग्राम गोबर की खरीदी अब तक की जा चुकी है! वैशाली नगर जोन क्षेत्र के 230 पशुपालक अब तक यह अपना पंजीयन करा चुके हैं! स्व सहायता समूह की महिलाएं यहां पर गोबर से कंडा बनाने का कार्य भी कर रही है!
बायोरेमेडीएशन पद्धति से हो रहा है कचरे का बेहतर निष्पादन
जामुल स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड के कचरे को लगभग 80 से 90% तक समाप्त किया जा चुका है! बायो रिमेडियेशन की प्रक्रिया मे कचरे के ऊपर कल्चर का प्रयोग किया जाता है यह कल्चर कचरे को खाद में तब्दील करने में कारगर होता है, कचरे की बदबू भी इस कल्चर के माध्यम से कम हो जाती है! पूर्व में कुरूद ट्रेंचिंग ग्राउंड में कचरे का ढेर लगा होता था व ऊपर से हाईटेंशन तार गुजरने के कारण आए दिन कचरे में आग लगने की शिकायतें भी प्राप्त होती थी, जिस ढेर को समाप्त करने का कार्य निगम द्वारा किया जा रहा है अब इस ढेर में कल्चर का उपयोग कर इसे खाद के रूप में तब्दील किया जा रहा है ! कल्चर उपयोग करने के पश्चात गिट्टी, पॉलीथिन, प्लास्टिक आदि को पृथक पृथक करने का कार्य भी कुरूद ट्रेंचिंग ग्राउंड में किया गया है! महापौर देवेंद्र यादव ने अपने निरीक्षण के दौरान इस कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए! कुरूद ट्रेंचिंग ग्राउंड में बायोरेमेडीएशन पद्धति से कचरे के निपटान का कार्य अक्टूबर 2018 से किया जा रहा है बारिश के कारण कुछ महीने कार्य में बाधा भी आई परंतु अब कार्य में प्रगति आने से बहुतायत मात्रा में कचरे के ढेर में कमी आई है जोकि दिन-ब-दिन सिमटती जा रही है और जल्द ही समाप्त होने के कगार पर है! निरीक्षण के दौरान जोन आयुक्त जोन क्रमांक 2 पूजा पिल्ले, कार्यपालन अभियंता टीके रणदिवे, स्वच्छता निरीक्षक अनिल मिश्रा, अंजनी सिंह आदि मौजूद रहे!
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