अतुल शर्मानई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की प्रौद्योगिकी कंपनी आईटीआई लिमिटेड को रक्षा मंत्रालय से 7,796 करोड़ का दूरसंचार नेटवर्क के लिये ठेका जल्द मिलने की उम्मीद है। वर्ष 2017 में कंपनी को रक्षा मंत्रालय की ‘आर्मी स्टेटिक स्विच्ड कम्युनिकेशन नेटवर्क’ (एस्कॉन) चरण चार की निविदा में सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी चुना गया था।शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने कहा कि आईटीआई लिमिटेड को 2017 में रक्षा मंत्रालय की एस्कॉन चरण चार परियोजना के लिए सबसे कम बोली लगाने वाला चुना गया था।10 सितंबर 2020 को एस्कॉन कार्य समूह के लिए रक्षा मंत्रालय (सेना) के एकीकृत मुख्यालय की ओर से कंपनी को पत्र मिला है जिसमें इस समझौते के लिए अनिवार्य मंजूरिया मिल जाने की जानकारी दी गयी है। कंपनी को अब इस समझौते पर जल्द हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।’कंपनी ने कहा है कि इस पूरे ठेके में विभिन्न स्थानों पर जरूरी समूची अवसंरचना के लिये जरूरी सिविल कार्य के साथ ही आप्टिकल फाइबर नेटवर्क शामिल है।
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की प्रौद्योगिकी कंपनी आईटीआई लिमिटेड को रक्षा मंत्रालय से 7,796 करोड़ का दूरसंचार नेटवर्क के लिये ठेका जल्द मिलने की उम्मीद है। वर्ष 2017 में कंपनी को रक्षा मंत्रालय की ‘आर्मी स्टेटिक स्विच्ड कम्युनिकेशन नेटवर्क’ (एस्कॉन) चरण चार की निविदा में सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी चुना गया था।
शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने कहा कि आईटीआई लिमिटेड को 2017 में रक्षा मंत्रालय की एस्कॉन चरण चार परियोजना के लिए सबसे कम बोली लगाने वाला चुना गया था।
10 सितंबर 2020 को एस्कॉन कार्य समूह के लिए रक्षा मंत्रालय (सेना) के एकीकृत मुख्यालय की ओर से कंपनी को पत्र मिला है जिसमें इस समझौते के लिए अनिवार्य मंजूरिया मिल जाने की जानकारी दी गयी है। कंपनी को अब इस समझौते पर जल्द हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।’
कंपनी ने कहा है कि इस पूरे ठेके में विभिन्न स्थानों पर जरूरी समूची अवसंरचना के लिये जरूरी सिविल कार्य के साथ ही आप्टिकल फाइबर नेटवर्क शामिल है।
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