दुर्ग महिला स्कवॉड ने पकड़े सबसे अधिक मामले, 36 लाख का राजस्व हुआ प्राप्त

रेलवे को आर्थिक नुकसान से बचाने दुर्ग स्कवॉड की टीम शानदार कार्य कर रही है। महिला स्क्वॉड ने बिना टिकट यात्रा, अनियमित टिकट, अनबुक्ड लगेज करने वालों से लाखों की वसूली कर रेलवे के खजाने में जमा कराया। महिला स्कवॉड की टीम लगातर ट्रेन, प्लेटफार्म में अपनी नजर रखी हुई है। वर्तमान वित्तीय वर्ष अप्रैल 2019 से जनवरी 2020 तक टिकट चेकिंग महिला स्टाफ द्वारा लगभग 91727 मामलों बिना टिकट यात्रा, अनियमित टिकट, अनबुक्ड लगेज, श्रेणी उन्नयन जैसे मामलों से लगभग दो करोड़ 70 लाख, 98 हजार 110 रुपए का राजस्व प्राप्त किया गया। जिसमें सर्वाधिक राजस्व राजश्री बास्वे टिकट एग्जामिनर दुर्ग स्क्वाड द्वारा लगभग 6538 मामलों से 19 लाख, 58 हजार 930 रुपये का सर्वाधिक राजस्व प्राप्त किया गया। वहीं वीपी नायडू सीटीआई दुर्ग स्क्वाड द्वारा लगभग 6344 मामलों से 17 लाख 36 हजार 635 रुपये का सर्वाधिक राजस्व प्राप्त किया।

    दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल में विभिे विभागों में लगभग 788 महिलाएं कार्यरत हैं, जो विभिन्न पदों पर रहते हुए रेलवे के कार्यों को अंजाम देती है। ये महिलाएं भारतीय रेलवे में वरिष्ठ अधिकारी, कार्यालय अधीक्षक, क्लर्क ,लोको पायलट, टिकट कलेक्टर, टेक्निशियन ओएचई, सिग्नल एंड कोच एंड वैगन मेंटेनेंस के पदों पर कार्य करती हैं। रेल परिचालन में अहम भूमिका निभाने मे वाणिज्य विभाग में कार्यरत महिलाएं भी सक्रिय रूप से भागीदार हैं वाणिज्य विभाग की महिलाएं बुकिंग क्लर्क, टिकट परीक्षक, चीफ टिकट एग्जामिनर, ऑफिस क्लर्क, कार्यालय अधीक्षक, रिजर्वेशन क्लर्क, रिटायरिंग रूम, वेटिंग हॉल अटेंडेंट, इत्यादि पदों पर रहते हुए रेल सेवा कर रही हैं।

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