पेरेंट्स बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाए, ऐसी होनी चाहिए शिक्षा

भिलाई.26/12/19.

सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे भारत के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा ऐसी होनी चाहिए की वे अमेरिका, यूरोप, इंग्लैंड, जापान, फ्रांस के बच्चों के साथ बातचीत कर पाए. उनकी तुलना में भारत के बच्चे हमेशा बराबर भागीदारी में रहे, ऐसी शिक्षा बच्चों की होनी चाहिए. यह बातें छत्तीसगढ़ के पूर्व शिक्षा सचिव नंद कुमार वर्मा ने कही थी.                                                                           कुम्हारी स्थित विश्व वेदांता स्कूल के वार्षिकोत्सव के कार्यक्राम में पहुंचे महाराष्ट्र गवर्नमेंट में वर्तमान के अधिकारी वर्मा ने बताया कि सभी बच्चों को अपनी प्रतिभाएं दिखानी चाहिए. जिसके प्रकार महाराष्ट्र में अभी सरकारी स्कूल में 4000 बच्चे वेटिंग लिस्ट में हैं. उसी तरह छत्तीसगढ़ में भी सरकारी स्कूलों में ऐसी शिक्षा बच्चों को मिले जिससे बच्चे और उनके माता-पिता सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने का सोचे. मुख्य अतिथि महाराष्ट्र के बावरे वाडी स्कूल के हेड मास्टर दत्तात्रेय वाडे ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके स्कूल में वर्तमान में 4000 बच्चों की वेटिंग है क्योंकि उनके स्कूल में एक बेहतर शिक्षा प्रद्धति के साथ बच्चों को 5 भाषाओं का ज्ञान दिया जाता है. जिससे बच्चे महाराष्ट के अलावा भारतवर्ष में कही भी जाए तो उन्हें कोई झिझक महसूस ना होने पाए. किसी न किसी भाषा में देश के कोने कोने में जाकर अपनी बात रख सकते पाए. गायत्री परिवार ट्रस्ट के मुख्यप्रबंधक ट्रस्टी श्याम बैस ने कहा कि बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ भी संस्कार मिले. ताकि हमारे देश का आने वाला भविष्य सुरक्षित और प्रगति में रहे.  

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