ऐसे 4 तरीके जो पेट फूलने की समस्या को करेंगे दूर

भिलाईनगर.17/12/19. 

कई बार पेट में गैस या ऐसिडिटी की वजह से पेट फूलने की भी समस्या हो जाती है जिसे हम ब्लोटिंग भी कहते है. इस वजह से असहजता महसूस होने लगती है और कई बार तो तकलीफ काफी बढ़ जाती है. ऐसा महसूस होता है मानो आपका पेट स्ट्रेच हो रहा हो और किसी भी वक्त फट सकता है. आप भी कभी न कभी इस समस्या से रूबरू जरूर हुए होंगे. जब भी इस तरह की दिक्कत आती है तो हम में ज्यादातर लोग ओटीसी मेडिसिन यानी बिना डॉक्टरी सलाह के केमिस्ट से पूछकर ली गई दवाइयों का सेवन कर लेते हैं. लेकिन इससे कितने साइड इफेक्ट्स होते हैं इस ओर शायद हमारा ध्यान नहीं गया होगा. ऐसी दशा में  4 तरह की हर्बल चाय के बारे में जिसे पीने से दूर हो हो सकती है पेट फुलने की समस्या.


हल्दी वाली चाय (टर्मरिक टीम)

जब भी बात पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं की आती है तो उसमें राहत पहुंचाने के मामले में हल्दी का नाम सबसे पहले लिया जाता है. ऐंटीइन्फ्लेमेट्री और ऐंटीऑक्सिडेंट प्रॉपर्टी की वजह से हल्दी का इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर करने में किया जाता है. हल्दी के साथ-साथ चाय में चुटकी भर काली मिर्च भी डालने के बाद इस चाय के सेवन से पेट में गैस, पेट फूलने की दिक्कत दूर होगी और पाचन तंत्र सही हो जाएगा.


सौंफ की चाय

पेट और पाचन से जुड़ी दिक्कतों जैसे- पेट में दर्द, पेट फूलना और कब्ज को दूर करने के लिए लंबे समय से सौंफ का इस्तेमाल होता आ रहा है. सौंफ में ऐसा कंपाउंड पाया जाता है जो गैस्ट्रोइन्टेंस्टाइनल ट्रैक्ट के पैसेज को रिलैक्स करता है जिससे पेट में भरी गैस आसानी से बाहर निकल जाती है. आप चाहें तो सौंफ का पानी या सौंफ की चाय किसी भी चीज का सेवन कर सकते हैं.


पुदीने की चाय

मिंट यानी पुदीने का फ्लेवर बेहद कूल और रिफ्रेशिंग होता है जो पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है.  पुदीने की पत्तियों में ऐंटीस्पासमोडिक प्रॉपर्टी होती है जो मसल क्रैम्प्स और स्पास्म में राहत दिलाने में मदद करती है, जिससे पेट में दर्द दूर होता है और आराम की प्राप्ति होती है, पुदीने की पत्तियों से बनी चाय पाचन के लिए काफी लाभदायक हो सकती है.


अदरक वाली चाय

अदरक भी पेट से जुड़ी दिक्कतों को दूर करने के लिए सबसे बेस्ट उपाय माना जाता है. बहुत से लोग पेट फूलने की दिक्कत या लूज मोशन की समस्या में अदरक के सप्लिमेंट्स का इस्तेमाल करते है. इसमें जिंजरॉल नाम का बायोऐक्टिव कम्पाउंड पाया जाता है जो ब्लोटिंग यानी पेट फूलने की दिक्कत को कम करने में मदद करता है. अदरक की चाय बनाने के लिए ताजे अदरक का ही इस्तेमाल करें क्योंकि इसमें ऐंटीऑक्सिडेंट अधिक होता है.

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