ए. राय,भिलाईनगर.14/11/19-- कांग्रेस मेंं एल्डरमैनों को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुस्लिम समाज का आक्रोश शांत हुआ तो मसीही समाज और मेहर समाज नाराज हो गया। दरअसल संशोधित सूची में दोनों समाज के एल्डरमैन हटा दिए गए। बता दें कि 13 साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस ने एल्डरमैन नियुक्ति में काफी एहतियात बरतने का दावा किया था। सभी गुटोंं के बीच समन्वय बनाकर एल्डरमैन नियुक्त किए गए थे, पर घोषणा के साथ ही बवाल हो गया। भिलाई चरोदा निगम, भिलाई निगम तथा जामुल निगम में आक्रोश फूट पड़ा। मुस्लिम समाज के आक्रोश को देखते हुए कांग्रेस को एल्डरमैनों की सूची मेंं संंशोधन करना पड़ा। एक समाज को खुश करने के फेर में कांग्रेस ने दूसरे कई समाज की नाराजगी मोल ले ली। समाज की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए मसीही समाज व मेहर समाज खुलकर सामने आ गए हैं। सरकार बनने के ग्यारह माह बाद सरकार ने एल्डरमैनों की घोषणा की। दावा किया कि इसमें सभी वरिष्ठ नेताओं की सूची में समन्वय बनाकर सभी समाज को तवज्जों दिया गया है। कांग्रेस का यह दावा घोषणा के बाद ही असर दिखाने लगा। पहले सोशल मीडिया पर पुराने कार्यकर्ताओं का आक्रोश नजर आया। फिर मुस्लिम समाज ने प्रेसवार्ता लेकर कांग्रेस छोड़ देने का ऐलान कर दिया। लिहाजा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व मंत्री मोहम्मद अकबर के हस्तक्षेप के बाद सूची में संशोधन किया गया। सूची संशोधित करने के चक्कर में कांग्रेस संगठन ने फिर गलती कर दी। दरअसल कांग्रेस ने संशोधित सूची में मुस्लिम समाज का प्रतिनिधित्व देने के लिए मोहम्मद शादाब को नियुक्त तो कर दिया, पर मसीही समाज के जी याकूब को हटा दिया। इस बात से मसीही समाज उद्देलित हो गया। समाज के लोगों ने बुधवार को महापौर देवेंद्र यादव से मिलकर अपना आक्रोश जताया। यादव ने भी सूची संशोधन के संबंध में जानकारी नहीं होने तथा कुछ करने की बात कही। इधर संशोधन से प्रभावित हुए बद्रिनाथ बघेल को हटाए जाने से मेहर समाज आक्रोशित हो गया। आज समाज में जमकर बवाल की खबर है। कांग्रेस नेता बालाराम कोलते ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इससे अवगत कराया है। पत्र में कहा गया है कि संत रविदास को मानने वाले मेहर समाज के लोग बद्रीनाथ बघेल को हटाए जाने से खासे नाराज है। ये समाज शुरू से कांग्रेस से जुड़ा रहा है। बद्रीनाथ को हटाए जाने समाज कांग्रेस से नाराज हो गया है। सूची में संशोधन की जानकारी मुझे नहीं है। मसीही समाज के लोग मेरे पास आए थे। मैंने उन्हें इस विषय में संगठन से बात करने का आश्वासन दिया है।
ए. राय,
भिलाईनगर.14/11/19-- कांग्रेस मेंं एल्डरमैनों को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुस्लिम समाज का आक्रोश शांत हुआ तो मसीही समाज और मेहर समाज नाराज हो गया। दरअसल संशोधित सूची में दोनों समाज के एल्डरमैन हटा दिए गए। बता दें कि 13 साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस ने एल्डरमैन नियुक्ति में काफी एहतियात बरतने का दावा किया था। सभी गुटोंं के बीच समन्वय बनाकर एल्डरमैन नियुक्त किए गए थे, पर घोषणा के साथ ही बवाल हो गया। भिलाई चरोदा निगम, भिलाई निगम तथा जामुल निगम में आक्रोश फूट पड़ा। मुस्लिम समाज के आक्रोश को देखते हुए कांग्रेस को एल्डरमैनों की सूची मेंं संंशोधन करना पड़ा। एक समाज को खुश करने के फेर में कांग्रेस ने दूसरे कई समाज की नाराजगी मोल ले ली। समाज की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए मसीही समाज व मेहर समाज खुलकर सामने आ गए हैं। सरकार बनने के ग्यारह माह बाद सरकार ने एल्डरमैनों की घोषणा की। दावा किया कि इसमें सभी वरिष्ठ नेताओं की सूची में समन्वय बनाकर सभी समाज को तवज्जों दिया गया है। कांग्रेस का यह दावा घोषणा के बाद ही असर दिखाने लगा। पहले सोशल मीडिया पर पुराने कार्यकर्ताओं का आक्रोश नजर आया। फिर मुस्लिम समाज ने प्रेसवार्ता लेकर कांग्रेस छोड़ देने का ऐलान कर दिया। लिहाजा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व मंत्री मोहम्मद अकबर के हस्तक्षेप के बाद सूची में संशोधन किया गया। सूची संशोधित करने के चक्कर में कांग्रेस संगठन ने फिर गलती कर दी। दरअसल कांग्रेस ने संशोधित सूची में मुस्लिम समाज का प्रतिनिधित्व देने के लिए मोहम्मद शादाब को नियुक्त तो कर दिया, पर मसीही समाज के जी याकूब को हटा दिया। इस बात से मसीही समाज उद्देलित हो गया। समाज के लोगों ने बुधवार को महापौर देवेंद्र यादव से मिलकर अपना आक्रोश जताया। यादव ने भी सूची संशोधन के संबंध में जानकारी नहीं होने तथा कुछ करने की बात कही। इधर संशोधन से प्रभावित हुए बद्रिनाथ बघेल को हटाए जाने से मेहर समाज आक्रोशित हो गया। आज समाज में जमकर बवाल की खबर है। कांग्रेस नेता बालाराम कोलते ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इससे अवगत कराया है। पत्र में कहा गया है कि संत रविदास को मानने वाले मेहर समाज के लोग बद्रीनाथ बघेल को हटाए जाने से खासे नाराज है। ये समाज शुरू से कांग्रेस से जुड़ा रहा है। बद्रीनाथ को हटाए जाने समाज कांग्रेस से नाराज हो गया है। सूची में संशोधन की जानकारी मुझे नहीं है। मसीही समाज के लोग मेरे पास आए थे। मैंने उन्हें इस विषय में संगठन से बात करने का आश्वासन दिया है।
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