पी.ए.ओझा.दुर्ग (सेलूद )13/11/19-- प्रगतिशील किसान संगठन के पाटन ब्लाक अध्यक्ष व पूर्व जनपद सदस्य हरिप्रसाद आडिल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि किसानों को सुखा राहत के तहत गिरदौली के आधार पर धान खरीदी की जाए.आडिल ने कलेक्टर के दिए ज्ञापन में बताया कि पाटन विधानसभा में सुखे की स्थति थी.इसके अंतर्गत शासन के आदेशानुसार राजस्व विभाग द्वारा गिरदौली तैयार किया गया था.इसमें आज तक किसानों को राहत राशी नहीं मिली है, जिससे किसानों मेें निराशा है.किसान अब दो रास्तों में अटका है,किसानों को राहत राशी नहीं मिली है,दूूूूूसरा किसानों में समितीयों के माध्यम से धान बेचने में भारी परेशानी हो रही है. किसानों को गिरदौली के माध्यम से कितनी राशी मिलेगी यह भी शासन द्वारा अभी तक तय नहीं हुआ है. यदी सहायता राशी नहीं दी जाएगी तो किसानों को धान बेचनें की अनुमती प्रदान की जाए.आडिल ने कहा कि सरकार ने सोसाइटियों के माध्यम से धान खरीदी की तिथी 15 नवंबर से बढ़ाकर 1 दिसम्बर कर दिया है. इससे किसानोंं को अपने खेतों में कट चुकी धान की फसल को 15 सौ रुपये प्रति क्विंंटल में कोचियों के माध्यम से बेचना पड़ रहा है.इससे सीधा एक हजार का नुकसान हो रहा है.
दुर्ग (सेलूद )13/11/19-- प्रगतिशील किसान संगठन के पाटन ब्लाक अध्यक्ष व पूर्व जनपद सदस्य हरिप्रसाद आडिल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि किसानों को सुखा राहत के तहत गिरदौली के आधार पर धान खरीदी की जाए.आडिल ने कलेक्टर के दिए ज्ञापन में बताया कि पाटन विधानसभा में सुखे की स्थति थी.इसके अंतर्गत शासन के आदेशानुसार राजस्व विभाग द्वारा गिरदौली तैयार किया गया था.इसमें आज तक किसानों को राहत राशी नहीं मिली है, जिससे किसानों मेें निराशा है.किसान अब दो रास्तों में अटका है,किसानों को राहत राशी नहीं मिली है,दूूूूूसरा किसानों में समितीयों के माध्यम से धान बेचने में भारी परेशानी हो रही है. किसानों को गिरदौली के माध्यम से कितनी राशी मिलेगी यह भी शासन द्वारा अभी तक तय नहीं हुआ है. यदी सहायता राशी नहीं दी जाएगी तो किसानों को धान बेचनें की अनुमती प्रदान की जाए.आडिल ने कहा कि सरकार ने सोसाइटियों के माध्यम से धान खरीदी की तिथी 15 नवंबर से बढ़ाकर 1 दिसम्बर कर दिया है. इससे किसानोंं को अपने खेतों में कट चुकी धान की फसल को 15 सौ रुपये प्रति क्विंंटल में कोचियों के माध्यम से बेचना पड़ रहा है.इससे सीधा एक हजार का नुकसान हो रहा है.
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