पी. ए. ओझा दुर्ग.13/11/19-- मजदूरों की जगह अब हार्वेस्टर से फसल कटाई का चलन दुर्ग जिले में भी बढ़ रहा है. इन दिनों धान फसल कटाई के कार्यों में काफी गति आई है. जिले में दस प्रतिशत से अधिक धान फसल की कटाई पूरी हो चुकी है. जल्द पकने वाली किस्मों के धान की फसल पककर पूरी तरह तैयार हो गई है. वहीं स्वयं के सिंचाई साधन वाले देर से पकने वाली किस्मों की फसल भी पककर तैयार हो चुकी है. दीपावली के पहले हुई बारिश की वजह से जमीन गीली होने के कारण अभी भी किसानों को दिक्कत हो रही है. मजदूरों के अभाव के वजह से लोग अब हार्वेस्टर का उपयोग फसल काटने में कर रहे हैं. मगर जमीन गीली होने के कारण बहुत से किसानों के खेतों तक हार्वेस्टर भी नहीं पहुंच पा रहा है. ग्राम डूमरडीह के एक किसान ने बताया कि उनके खेतों की फसल तैयार हो गई है. भाठा जमीन में ही हार्वेस्टर जा पा रहा है. जहां की फसल काट रहे हैं. अंडा छेत्र के कुछ किसान भी हार्वेस्टर से फसल कटाई करते दिखे. किसान नेता रविप्रकाश ताम्रकार का कहना है कि खेती के कार्यों के लिए अब बड़ी मुश्किल से मजदूर मिल रहे हैं. उपसंचालक कृषि जी. एस. धुर्वे का कहना है कि जिले में सवा लाख हेक्टेयर से अधिक छेत्र में धान की फसल ली गई है. लगभग 10 प्रतिशत धान फसल की कटाई हो चुकी है. फसल कटाई में अब गति आ रही है. जमीन गीली होने के कारण अभी भी फसल कटाई में कहीं-कहीं दिक्कत हो रही है.
दुर्ग.13/11/19-- मजदूरों की जगह अब हार्वेस्टर से फसल कटाई का चलन दुर्ग जिले में भी बढ़ रहा है. इन दिनों धान फसल कटाई के कार्यों में काफी गति आई है. जिले में दस प्रतिशत से अधिक धान फसल की कटाई पूरी हो चुकी है. जल्द पकने वाली किस्मों के धान की फसल पककर पूरी तरह तैयार हो गई है. वहीं स्वयं के सिंचाई साधन वाले देर से पकने वाली किस्मों की फसल भी पककर तैयार हो चुकी है. दीपावली के पहले हुई बारिश की वजह से जमीन गीली होने के कारण अभी भी किसानों को दिक्कत हो रही है. मजदूरों के अभाव के वजह से लोग अब हार्वेस्टर का उपयोग फसल काटने में कर रहे हैं. मगर जमीन गीली होने के कारण बहुत से किसानों के खेतों तक हार्वेस्टर भी नहीं पहुंच पा रहा है. ग्राम डूमरडीह के एक किसान ने बताया कि उनके खेतों की फसल तैयार हो गई है. भाठा जमीन में ही हार्वेस्टर जा पा रहा है. जहां की फसल काट रहे हैं. अंडा छेत्र के कुछ किसान भी हार्वेस्टर से फसल कटाई करते दिखे. किसान नेता रविप्रकाश ताम्रकार का कहना है कि खेती के कार्यों के लिए अब बड़ी मुश्किल से मजदूर मिल रहे हैं. उपसंचालक कृषि जी. एस. धुर्वे का कहना है कि जिले में सवा लाख हेक्टेयर से अधिक छेत्र में धान की फसल ली गई है. लगभग 10 प्रतिशत धान फसल की कटाई हो चुकी है. फसल कटाई में अब गति आ रही है. जमीन गीली होने के कारण अभी भी फसल कटाई में कहीं-कहीं दिक्कत हो रही है.
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